नवरात्र में पहाड़ की बेटी का कमाल…माउंट चोओयू को फतह कर रचा इतिहास बन गई भारत की पहली बेटी…पहले भी कई बार दर्ज कर चुकी है अपने नाम रिकार्ड़…

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उत्तराखण्ड – पिथौरागढ की बेटी ने भारत और खुद का नाम रोशन किया है। इस बार पहाड़ की बेटी ने विश्व की 6 नंबर की चोटी माउंट चोओयू को फतह कर भारत का झण्डा उंचा किया है। माउंट चोओयू को फतह करने वाली शीतल राज पहली भारतीय महिला बन गई है..मूल रुप से पिथौरागढ की रहने वाली शीतल राज ने कई दिनों की मेहनत के बाद इस कामयाबी को हांसिल किया है उनकी इस जज्बे के बाद कई लोगों ने उनको बधाई दी है।


पर्वतारोही शीतल राज ने 5 सितम्बर 2024 को अपने अभियान की शुरुआत की जिसके बाद वो भारत से नेपाल काठमांड़ू पहुंची..नेपाल पहुंचने के बाद शीतल ने चायना के लिये वीजा अप्लाई किया लेकिन पर्वतारोही शीतल को वीजा ही नहीं मिल सका..हांलाकि कई मुश्किलों के बाद कई लोगों मदद के लिये भी आगे आए जिसके 20 दिनों के बाद शीतल को वीजा मिल गया..

21 सितंबर को शीतल ने सड़क मार्ग से बॉडर क्रॉस किया और किरोंग पहुंची फिर आगे थिंगरी और 24 सितंबर को एडवांस बेसकैंप पहुंची । एक्सपीडिशन शुरूवात हो चुकी थी और वो लेट हो गई, वीजा की वजह से इश लिए सब जल्दी जल्दी एक्सोएडिशन सुरु किया।
8 अक्टूबर 2024 को प्रातः 8 ( चाइनीज टाइम) भारत का तिरंगा माउंट चोओयू पर लहराया और इतिहास में अपना नाम पहली भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया। । इससे पहले 2018 में कंचनजंघा 2019 में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उर्म की महिला का खिताब भी अपने नाम कर चुकी है
शीतल राज ने बताया कि जनवरी 2022 को स्कीइंग करने हुवे गुलमर्ग में एक्सिडेंट हो गया था जिस वजह से मेने 2 साल बेड़ रेस्ट पर थी, शीतल ने कहा कि उनको लगा की सब कुछ खत्म हो गया है मगर उन्हौने हार नहीं मानी और 2 साल बाद फिर पर्वतारोहण के लिये उतरी..इस दौरान परिवार और चाहने वालों ने उनका साथ दिया और आगे बढने का हौंसला दिया,इस कामयाबी के बाद शीतल ने सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया है और उनकी दुआओं को अपनी कामयाबी बताया है। शीतल ने कहा है कि वो आगे भी देश का नाम विश्व पटल पर रोशन करेंगी।